ओमेगा 3 फैटी एसिड के बारे में बहुत कम लोगों को जानते है। हो सकता है आप भी इसके गुण के बारे में पहली बार पढ़ रहे हैं। अगर सही में ऐसा है तो आपको यह जानना बहुत जरूरी है क्योंकि इसकी कमी से बहुत गंभीर नुकसान हो सकता है।
ओमेगा 3 एक फैटी एसिड है। यह मुख्य तीन प्रकार का होता है जिसमें एएलए (अल्फा-लिनोलेनिक एसिड) ओमेगा पौधों में पाया जाता है, जबकि डीएचए (डोकोस्मेरानोइक एसिड) और ईपीए (इकोसापैनटोलाइनिनिक एसिड) ओमेगा पशु खाद्य पदार्थों में होता है। यह शरीर के लिए बहुत ही उपयोगी पोषक तत्व है जिसकी पर्याप्त मात्रा से आपका शरीर स्वस्थ बना रहता है।
त्वचा के लिए फायदेमंद
ओमेगा-3 अल्ट्रा वायलेट किरणों के कारण उत्पन्न सूजन और हाइपरपिग्मेंटेशन की समस्या को दूर रखने का काम कर सकता है और रूखी त्वचा और डर्मेटाइटिस (त्वचा में सूजन, खुजली, जलन और लाल चकत्ते) पर सकारात्मक प्रभाव दिखा सकता है और घाव को जल्द भरने में मदद कर सकता है।
ओमेगा 3 के शाकाहारी स्रोत और मात्रा
अलसी, सोयाबीन तेल, सरसों और मेथी की बीज, काला चना, लाल राजमा, सहजन की पत्तियां, पालक, अखरोट, खोआ आदि।
अलसी- 12.96 g
अखरोट- 8.71 g
सरसों के बीज- 3.34 g
सफेद सोयाबीन- 1.3 g
मेथी के बीज – 1.08 g
काला चना – 0.6 g
लाल राजमा – 0.5 g
सहजन की पत्तियां – 0.4 g
खोआ – 0.2 g
पालक -0.2 g
ओमेगा 3 के मांसाहारी स्रोत
मछली ओमेगा-3 फैटी एसिड का सबसे अच्छा स्रोत है।
सूजन से राहत
यह सूजन से भी राहत देता है। इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी प्रभाव पाए जाते हैं, जो सूजन कम करता है। गठिया, अस्थमा और इंफ्लेमेटरी बाउल डिसऑर्डर से जुड़ी सूजन की समस्या में भी यह फायदेमंद है।
आंखों के लिए फायदेमंद –
DHA (Docosahexaenoic acid)मस्तिष्क और आंखों के लिए जरूरी तत्व ओमेगा 3 का ही एक प्रकार होता है। यह मस्तिष्क और आंखों की रेटिना के लिए जरूरी माना जाता है। जब आप पर्याप्त मात्रा में डीएचए ग्रहण नहीं करते हैं, तो इससे आपकी आंखों को नुकसान होता है। महत्वपूर्ण बात यह है कि अधिक मात्रा में ओमेगा-3 लेने से मैक्युलर डीजेनेरेशन (Macular degeneration) के जोखिम कम हो जाते हैं। मैक्युलर डीजेनेरेशन आंखों की समस्याओं में से एक है, इसमें आपको धुंधाला दिखाई देता है या दिखना कम हो जाता है।
कैंसर रोकने में लाभदायक
ओमेगा 3 फैटी एसिड को कैंसर रोकने में भी फायदेमंद माना जाता है। एक शोध के अनुसार, जो लोग अधिक मात्रा में ओमेगा 3 फैटी एसिड का सेवन करते हैं उनमें कोलोन कैंसर होने की संभावना 55% कम हो जाती है। इसके साथ ही यह कैंसर के कई और प्रकार में भी फायदेमंद होता है।
डिप्रेशन और चिंता में राहत ...
आँखों के स्वास्थ्य में सुधार ...
हृदय रोग के खतरे को कम करता है ...
सूजन से राहत ...
मानसिक विकलांगता और अल्जाइमर में राहत
आपको रोजाना कितनी मात्रा में ओमेगा 3 फैटी एसिड की जरूरत है
एनआईएच ने पुरुष, महिला और बच्चों के लिए उनकी उम्र के अनुसार भिन्न-भिन्न मात्राएं निर्धारित की हैं।
बच्चे (12 महीने तक) - 0.5 gm
बच्चे (1 से 3 साल तक) - 0.7 gm
बच्चे (4 से 8 वर्ष तक) - 0.9 gm
लड़का (9 से 13 वर्ष तक) - 1.2 gm
लड़कियां (9 से 13 वर्ष तक) - 1.0 gm
युएर्ट (14 से 18 वर्ष तक) - 1.6 gm
युवतियां (14 से 18 वर्ष तक) - 1.1 gm
पुरुष (19 से 50 वर्ष तक) -1.6 gm
महिलाएं (19 से 50 वर्ष तक) -1.1 gm
पुरुष (50 वर्ष से अधिक) -1.6 gm
महिलाएं (50 वर्ष से अधिक) - 1.1 gm
गर्भवती महिलाओं- 1.4 gm
स्तनपान कराने वाली महिलाएं- 1.3 gm

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